बदलाव(Transformation)संभव है .
We are all different.
जीवन में लोग हमसे अलग होते हैं।
सबकी अपनी सोच होती है, विचार होते हैं।सबके मिल कर चलने के लिए आत्मा में शक्ति होनी चाहिए।जो कि परमात्मा से योग लगाने से मिलती है।
जैसे कोई बात बड़ी है या छोटी ,ये हमारे उसे देखने के नजरिए (point of view)और हमारी आंतरिक शक्ति(inner power) पर निर्भर करता है।बात का अपना कोई वज़न(weight,) नहीं होता।
हमारा उस बात को देखने का नजरिया(दृष्टिकोण )ही उस बात को छोटा या बड़ा बनाता है।
अपनी आंतरिक शक्तियों(inner power) को बढ़ा कर हम कोई भी बात से बड़े बन सकते हैं।
मुश्किल बात को सहज,(easy) बना सकते हैं।
समय पर
सहन (tolerate)कर पाना, धैर्य (patience)रख पाना एक बहुत बड़ी शक्ति(power) है।
बातों पर react नहीं करना,यह एक बहुत बड़ी शक्ति(power) है।जाने देना(It's ok).
इससे हम अपनी बहुत सारी ऊर्जा(energy )को व्यर्थ जाने से बचा सकते हैं, जिसे हम अनेक प्रकार के निमार्ण (construction)के कार्य मे लगा सकते है।
अपनी नई (new)अच्छी आदतों (habits)को रच सकते है।
अपने सम्बन्धों को मधुर(sweet) बना सकते हैं।
अपने तन और मन की healing कर सकते है। अपने विकर्म(negative karmas,)विनाश कर सकते है।
अपनी जांच(checking) कर ,हम क्या सोचते है, क्या बोलते है(introspection )
दूसरो के साथ हम कैसा चलते हैं,कैसा व्यवहार करते हैं, कैसे कर्म करते,उसे बदल सकते हैं।
इसके लिए ज़रूरी है हम शान्ति का अभ्यास करें,अपनी वास्तविक पहचान में टिके, मैं कौन हूं ,अनेक प्रकार की बाह्य पहचानो से मुक्त
मै पुरूष हूं, स्त्री हूं।
मैं बहुत बड़े पद पर हूं।
मैं ऊंचे कुल या परिवार का हूं।
मैं बहुत धनवान हूं।
मैं बहुत पढ़ा लिखा हूं।
इन सभी बाह्य पहचानो से मुक्त मैं एक आत्मा हूं, शांतिधाम की रहवासी हूं। अधिक जानने और अनुभव करने के लिए click करें
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